(आत्म साक्षात्कार )
गलतियों पर गलतियाँ ,
उस पर से तुर्रा यह की ,
इस वजह से नहीं या ,
फिर हमारा इरादा तो,
ये नहीं था ,कुछ तो सोचो ,
अपने आप को खुद की नजरों
में कितना और गिराओगे अभी
(आत्म साक्षात्कार )
क्या अमरों का लोक मिलेगा तेरी करुणा का उपहार? रहने दो हे देव! अरे यह मेरा मिटने का अधिकार
Wednesday, May 18, 2011
Tuesday, May 10, 2011
तुम दिल हो ,तुम धड़कन हो
तुम दिल हो ,तुम धड़कन हो ,
तुम मंजिल, तुम भगवन हो ,
तुम बाती,तुम ज्योति हो ,
तुम दीपक, तुम उजास हो
तुम सरुवर, तुम पानी हो ,
तुम सागर तुम सीपी हो
तुम नैया तुम खेवन हो ,
तुम मैया तुम जीवन हो
तुम तुम हो प्रभु तुम तुम हो ,
तुम हो तो प्रभु सब जग है ,
तुम मंजिल, तुम भगवन हो ,
तुम बाती,तुम ज्योति हो ,
तुम दीपक, तुम उजास हो
तुम सरुवर, तुम पानी हो ,
तुम सागर तुम सीपी हो
तुम नैया तुम खेवन हो ,
तुम मैया तुम जीवन हो
तुम तुम हो प्रभु तुम तुम हो ,
तुम हो तो प्रभु सब जग है ,
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