या खुदा ..........
इंसां और जानवर में फर्क
सिर्फ एक जर्रे का ही तो होता है .....
किसी को मत करो कमजोर इतना
कब वो जानवर बन के,
काट खाए .......
नीलम मिश्रा
इंसां और जानवर में फर्क
सिर्फ एक जर्रे का ही तो होता है .....
किसी को मत करो कमजोर इतना
कब वो जानवर बन के,
काट खाए .......
नीलम मिश्रा
और ...
ReplyDeleteन दो इतनी हैवानियत
इंसान को
कि भागना मुश्किल हो
जानवरों के लिये
कटने से बचने को
ज़ुबाँ के स्वाद के लिये
या किसी ढोल में
मढे जाने के लिये
या जूता बनकर
पाँव में लपेटे जाने को ...
या मनाने को
गोमांस भोज
जे एन यू परिसर में ...
ॐ शांति!
great ...........:)
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