क्या अमरों का लोक मिलेगा तेरी करुणा का उपहार? रहने दो हे देव! अरे यह मेरा मिटने का अधिकार
what a philosophy......... good one....... wah wah...........
हम रात भर जिनकी यादों में खोये रहे, सुबह उन्ही की बांहों के साये में मिले.बहुत प्यार से अपने प्यार के लिये लिखी गई कविता. प्यारी लगी मुझे. लिखते रहिये नीलम जी. :)
सुन्दर.... कुछ सूफियाना अहसासों से सजी रचना... पिया मिलन कि आस ...
umda ...gaherai bhari http://eksacchai.blogspot.com
what a philosophy......... good one....... wah wah...........
ReplyDeleteहम रात भर जिनकी यादों में खोये रहे,
ReplyDeleteसुबह उन्ही की बांहों के साये में मिले.
बहुत प्यार से अपने प्यार के लिये लिखी गई कविता.
प्यारी लगी मुझे. लिखते रहिये नीलम जी. :)
सुन्दर.... कुछ सूफियाना अहसासों से सजी रचना... पिया मिलन कि आस ...
ReplyDeleteumda ...gaherai bhari
ReplyDeletehttp://eksacchai.blogspot.com