क्या अमरों का लोक मिलेगा तेरी करुणा का उपहार
क्या अमरों का लोक मिलेगा तेरी करुणा का उपहार? रहने दो हे देव! अरे यह मेरा मिटने का अधिकार
Thursday, March 14, 2013
तुम चाहो तो सही..........
तुम चाहो तो सही...........
तुम्हारे आँसुओ के समन्दर को वाष्पित् कर
तुम्हारी जिन्द्ग़ी का मै सूरज बन सकता हूँ
नीलम मिश्रा
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment