Thursday, March 14, 2013

पता नहीं फिर भी ये उधेड़बुन कैसी होती है ...

मेरे उलझे से सवाल होंगे 
तुम्हारे सुलझे से जवाब होंगे 

पता नहीं फिर भी ये उधेड़बुन कैसी होती है ......
नीलम मिश्रा

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