चलो आज कुछ नया खेल खेलें
सच और झूठ के बीच की रस्सी लेकर
आओ हम झूला झूलें
तुम सागर को छूने की जिद में
मै आसमा को पाने की हद में ,
आओ हम झूला झूलें
धूप से छाँव तक
सिर से पाँव तक
तन मन भिगो ले
आओ हम झूला झूलें
नीलम मिश्रा
सच और झूठ के बीच की रस्सी लेकर
आओ हम झूला झूलें
तुम सागर को छूने की जिद में
मै आसमा को पाने की हद में ,
आओ हम झूला झूलें
धूप से छाँव तक
सिर से पाँव तक
तन मन भिगो ले
आओ हम झूला झूलें
नीलम मिश्रा
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