Thursday, March 14, 2013

काश जिन्दगी एक कविता ही होती


कितना अच्छा होता  कि
जिन्दगी एक कविता होती .
उसने कहा हँसते हुए .........
जिन्दगी एक कविता  होती 
 तो सारे रस ,छंद ,अलंकार
अपनी मुठ्ठीसे खोलकर 
बिखेर देती  चिडिओं के
उन  दानों की मानिंद जिसमे 
 सब अपने अपने हिस्से के
 सुख और सपने  बटोर लेते
काश   जिन्दगी एक कविता ही होती 
नीलम मिश्रा

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